Tarbandi Yojana: राजस्थान के खेतों में लहलहाती फसलें देखकर भले ही खुशी होती है, लेकिन किसानों के लिए एक बड़ी चिंता हमेशा बनी रहती है – आवारा पशु। ये आवारा पशु रात के अंधेरे में या दिन के किसी भी समय खेतों में घुसकर फसलों को नष्ट कर देते हैं, जिससे किसानों को साल भर की मेहनत पर पानी फिर जाता है। न सिर्फ फसल बर्बाद होती है, बल्कि किसानों को आर्थिक रूप से भी भारी नुकसान उठाना पड़ता है। इसी समस्या का समाधान ढूंढने के लिए राजस्थान सरकार ने एक सराहनीय पहल की है – राजस्थान तारबंदी योजना।
Tarbandi Yojana | तारबंदी योजना का उद्देश्य:
खेतों को आवारा पशुओं से होने वाले नुकसान को कम करना।
किसानों की आय में वृद्धि करना।
कृषि उत्पादकता को बढ़ावा देना।
योजना के लाभ:
वित्तीय सहायता: सरकार किसानों को खेतों की तारबंदी करने के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करती है। इस योजना के तहत, कुल खर्च का 50% सरकार वहन करती है और बाकी 50% किसान को खुद वहन करना होता है।
अधिकतम सब्सिडी: योजना के तहत अधिकतम ₹48,000 तक की सब्सिडी प्रदान की जाती है।
कम खर्च में तारबंदी: सब्सिडी के कारण किसानों को कम खर्च में खेतों की तारबंदी करवाने में मदद मिलती है।
योजना के लिए पात्रता:
राजस्थान राज्य का किसान होना जरूरी है।
न्यूनतम 1.5 हेक्टेयर से अधिक भूमि होनी चाहिए (अनुसूचित जनजाति के किसानों के लिए 0.5 हेक्टेयर)।
सामूहिक रूप से आवेदन करने पर, 10 किसानों के लिए कम से कम 5 हेक्टेयर कृषि भूमि होनी चाहिए।
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आवेदन कैसे करें:
किसान राजस्थान सरकार की कृषि विभाग की वेबसाइट पर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
आप अपने नजदीकी कृषि विभाग कार्यालय में जाकर भी ऑफलाइन आवेदन कर सकते हैं।
आवश्यक दस्तावेज:
- जमीन के स्वामित्व का प्रमाण (भूमि अभिलेख)
- आधार कार्ड
- बैंक खाता विवरण
योजना का महत्व:
Rajasthan Tarbandi Yojana किसानों के लिए एक वरदान है। Tarbandi Yojana उन्हें आवारा पशुओं से अपनी फसलों की रक्षा करने में मदद करती है, जिससे उनकी आय में वृद्धि होती है और कृषि उत्पादकता बढ़ती है।
कृपया ध्यान दें: Tarbandi Yojana से जुड़ी नवीनतम जानकारी के लिए राजस्थान सरकार की कृषि विभाग की वेबसाइट देखें या अपने नजदीकी कृषि विभाग कार्यालय से संपर्क करें।
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